गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरियाली गुम हो जात गर न होते पेड़ जमीं पर कैसी होती धरती सारी प्रकृति का वजूद न होता हरिया...
न घबराना है न मुरझाना है बस चलते चले जाना है! न घबराना है न मुरझाना है बस चलते चले जाना है!
आप रखो हौसला जरा, हम जल्दी ही मिलने आ रहे हैं। आप रखो हौसला जरा, हम जल्दी ही मिलने आ रहे हैं।
याद है मुझे वो दिन आज भी, तुम्हारे वो हाथों की महंदी, वो हवा का तेज़ चलना, ज़ुल्फो क याद है मुझे वो दिन आज भी, तुम्हारे वो हाथों की महंदी, वो हवा का तेज़ चलना,...
खामोशी टूट जाए रंगों से भर जाए यह दुनिया फिर से । खामोशी टूट जाए रंगों से भर जाए यह दुनिया फिर से ।
धर्म अनेक, ईश्वर भी अनेक फिर कैसे बने वे भाई-भाई? धर्म अनेक, ईश्वर भी अनेक फिर कैसे बने वे भाई-भाई?